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आख़िरकार केजू चच्चा के लिए वो दिन आ ही गया था जब वो मोदी जैसे हिमालय से टकरा कर अपने आपको हिमालय से भी बड़ा सिद्ध करने वाले थे संजय भयया , ताज़िया भाभी, खुजेन्द्र यादव सबकी ग़लत सोहबत का असर था.. सब ने खूब बढ़ा चढ़ा कर केजू चच्चा को कूदवा दिया .. मैदान में .. और बोले
“अरे तुम उस से कम हो का ?.. दिल्ली में जीते हो तो बनारस तो छोटी जगह है रे केजू… हिम्मत रख.. ”
लेकिन केजू चच्चा बार बार पानी पीए जा रहे थे बोले
” लेकिन खुजेन्द्र दादा यहाँ तो भिखमंगे लोग थे तो बिजली पानी का लालच दे कर राजधानी पर क़ब्ज़ा कर लिया ..वहाँ क्या करू ? ”
धीरज रख रे केजू.. तू एक बार पहुँच तो ..सही .. मोदी भाषण देता है विकास करता है .. देशभक्ति की बातें करता है.. लेकिन मेरे केजू वो तेरे जैसा नौटंकी तो नही करता .. तू महान हैं .. सदियों मे कोई तेरे जैसे अभिनेता आता है रे.. इसलिए मुझे पूरा विश्वास ये तेरी फिल्म बनारस मे हिट होगी..”
बस केजू चच्चा हो गये खुश.. और बनाई पूरी फिल्म की प्लानिंग…….. दिल्ली के ट्रेन से ले कर बनारस के अज़ान तक….
“आओ मूर्ख बनायें नौटंकी पार्टी ” का मूर्ख बनाओ अभियान दिल्ली से ही शुरू हो गया .. और आम आदमी दिखाने के लिए एक ट्रेन मे यात्रा करने की सोची .. लेकिन ग़लती से ‘ए सी’ बॉगी की टिकट निकल गया …तो केजू ने कहा ..
“तो क्या हुआ जहाज़ से तो नही जा रहे ना .. पब्लिक तो मूर्ख है .. वो इतना थोड़े ना देखेगी .. ट्रेन से गया बस इतना जानेगी .. ”
खैर ..बनारस में जैसे ही एंट्री मारी .. चारो तरफ भीड़ थी .. केजू ने सोचा “अहा सब सपोर्टर लगते हैं “.. बस तभी एक सनसनाता मुर्गी का अंडा आया और फट पड़ा .. संजू भयया ने समझाया ..
“थोड़ा विरोध तो होता है रे .. निराश मत हो.. देखो कितने महँगे अंडे हैं .. लोग कितना फेंकेंगे इस महँगाई में ? हम उसे जमा करेंगे तो इस महँगाई में फ़ायदा ही फ़ायदा है .. ” और संजू भयया ने दो चार अंडे कैच कर के पॉकेट में डाल लिए …
इतने में किसी ने स्याही भी फेंक दी .. संजू भयया कुछ बोलने जा ही रहे थे की केजू चच्चा इस बार गरजे ..
” अबे चुप कर .. लोग विरोध कर रहे हैं .. मूह काला कर रहे हैं हमलोगों का.. माहौल ठीक नही है ..”
खैर .. दिन गुजरा सुबह हुई..
और केजू चच्चा ने अपने नौटंकी का पहला पत्ता खोलते हुए जा पहुँचे बनारस के घाट पर .. संजू भयया बोले ..
“मार बेटा डुबकी और बन जा हिंदू .. ”
केजू बोले ” अरे चच्चा सही कह रहे हो .. दो दिन पहले ही तो मुस्लिम टोपी पहन के मुसलमानो को मूर्ख बनाया है ”
खैर नाव से गये .. तौलिया लपेटा /.. बाहर तट पर एक क्रांतिकारी औरत कैमरा ले कर अपने दीवाने केजू की वीडियो शूट कर रही थी .. ” सजना कचछप
दो दो आदमी मिल कर केजू को पानी मे उतारे .. नहाया और बन गये हिंदू.. और भगवान की तरफ हाथ जोड़ कर पानी में खड़े खड़े बोले .
“.:भगवान.. क्या सचमुच हिंदुओं को मूर्ख बनाना इतना आसान है.. मज़ा आ गया .. आपके गंगा मैय्या की जय हो” ”
वहाँ से पहुँचे मंदिर .. दिल्ली से लाए भाड़े के टट्टू खूब हल्ला कर रहे थे लेकिन कुछ लोकल लोग विरोध मे भी चिल्ला रहे थे .. खैर पूजा अर्चना की .. बाहर निकले तो देखा दिल्ली के भाड़े वाले टट्टूओं में और बनारसी लोगों मे मार पीट की नौबत आ चुकी है .. खैर बचते बचाते दोपहर हुई तो सब ने कहा अरे चलो जल्दी भाषण दे दो ..
तब केजू चच्चा नौटंकी के क्लाइमॅक्स का आख़िरी पत्ता खोलते हुए कहा ..
“नही भूल गये क्या .. मेरा भाषण उसी वक़्त मे होना है जब अज़ान मे थोड़ा वक़्त हो .. करीब आधा घंटा .. ”
जैसे ही केजू चच्चा पहुँचे चेहरा मुरझा गया … यही कोई ५ से ६ हज़ार की भीड़ देख कर ..
संजू भयया बोले … अरे केजू दिन तो फिरते हैं रे . . अगली बार भीड़ जमा कर लेंगे ना.. तू भाषण दे ..वन टू …एक्शन ..
भाषण शुरू हो गये … .
अचानक थोड़ी देर मे अज़ान की आवाज़ आई और केजू चच्चा चुप हो गये/* अज़ान की मुद्रा खड़े खड़े अपना ली और मन में इस बार अल्लाह से कहा .. “या परवरदिगार क्या मुसलमानो को मूर्ख बनाना भी उतना ही आसान है जितना हिंदुओं को … मज़ा आ गया ”
*/सामने कैमरा ले कर खड़े सजना कचछप को देख कर आँख मारी तो सजना भी शर्मा कर सोची “इतने नौटंकी तो हम सब अपने सब से तेज चैनल के लिए भी नही करते.. फिर केजू से हाथों को हिला कर इशारे मे पूछी .. “मुझे घाशुटोप की तरह टिकट कब दोगे ?”
केजरी ने भी हाथ से इशारा कर के कहा..” देंगे देंगे… पहले उसकी कीमत तो अदा कर ”
और इस तरह से आख़िरकार हमारे केजू चच्चा जो इस सदी के महानतम अभिनेता साबित हो चुके हैं … उनका एक “मूर्ख बनाओ बनारसी” नाटक का मंचन समाप्त हुआ .. मूर्खों के लिए नाटक का मंचन छोटे से मंच पर होता है पर हमारे हिंदू+मुसलमान केजू चच्चा के लिए तो पूरा भारत ही एक स्टेज हैं .. ..
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